रीमेक से खुले नए रास्ते, दक्षिण की बड़ी कंपनी बनाएगी Hindi Movies
https://ift.tt/3kA2h3b -दिनेश ठाकुर किशोर कुमार की 'रंगोली' में शैलेंद्र ने बड़ा सटीक गीत लिखा था- 'छोटी-सी ये दुनिया, पहचाने रास्ते हैं, तुम कभी तो मिलोगे, कहीं तो मिलोगे।' दुनिया गोल है और जमाना घूम-फिरकर उन पड़ावों पर लौटता है, जहां से वह काफी पहले गुजर चुका है। खबर है कि फिल्में बनाने वाली दक्षिण की एक बड़ी कंपनी (इसकी पिछली फिल्म रजनीकांत की '2.0' थी) बॉलीवुड में सक्रिय हो रही है। ऐसे दौर में, जब दक्षिण की कई फिल्मों के हिन्दी रीमेक ( Hindi Remake ) तैयार हो रहे हैं, कंपनी को हिन्दी फिल्में ( Hindi movies ) बनाना फायदे का सौदा लग रहा है। किसी जमाने में दक्षिण की कई कंपनियां हिन्दी सिनेमा में सक्रिय थीं, लेकिन कई साल से 'गांव हमारा, शहर तुम्हारा' की तर्ज पर वे दक्षिण तक सिमटी हुई हैं। अब 'दो कदम तुम भी चलो, दो कदम हम भी चलें' का सिलसिला फिर जुड़ता लग रहा है। यह भी पढ़ें : इस एक फैसले से डूबा अनुराधा पौडवाल का कॅरियर, कभी होती थी लता मंगेशकर से तुलना हिन्दी फिल्मों में अति भावुकता दक्षिण की देन हिन्दी सिनेमा की रंगत अलग-अलग दौर में बदलती